भला कौन ऐसा शख्स होगा, जो अपने लाइफ पार्टनर को हमेशा खुश न देखना चाहता हो? खुशियों के आदान-प्रदान के क्रम में कई बार कुछ गिले-शिकवे भी आ जाना स्वाभाविक है.
ऐसे में बहुत जरूरी है कि अपने जीवनसाथी की नाराजगी को दूर करने की पूरी कोशिश की जाए. हां, इतना जरूरी ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी निर्णय विवेक के साथ किया जाए.
रूठने-मनाने का सिलसिला दांपत्य जीवन में कड़वाहट न बनकर मिठास साबित हो, इसके लिए कुछ टिप्स यहां दिए जा रहे हैं:
-सबसे पहले यह पता करने का प्रयास करें कि आपके जीवनसाथी की नाराजगी की वजह क्या है. यह मालूम करने के बाद उस वजह को दूर करने की ईमानदार कोशिश करें.
-अगर आपके किसी व्यवहार से ठेस पहुंची हो, तो अहं छोड़कर मनाने में ज्यादा देर न करें. याद रखें कि मनाने की पहल करना आपके पार्टनर के दिल को भरपूर सुकून पहुंचाएगा और आपसी प्रेम में और इजाफा ही होगा.
-रूठे हुए लाइफ पार्टनर को मनाने की पहल में देरी आपके रूखे व हठी व्यवहार को जाहिर करेगी, जो आगे चलकर रिश्ते में कड़वाहट घोलने का काम करेगा.
-अगर रूठने का सिलसिला हर दूसरे-तीसरे दिन शुरू हो जाए, तो इस बारे में अपने साथी को खुले दिमाग से समझाएं. हर मांगें मान लेने की आदत से भी कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है.
-बेहतर तरीका तो यह है कि परिवार में कोई अहम निर्णय लेने से पहले न केवल अपने जीवनसाथ को पहले से जानकारी दे दें, बल्कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में उन्हें भी भागीदार बनाएं. इससे जवाबदेही का बोध पैदा होता है, निर्णय लेने की क्षमता में भी पैनापन आता है. इसका एक फायदा यह भी है कि परिणाम चाहे जैसा भी हो, आत्मसंतुष्टि जरूर मिलती है.
तो अब देर किस बात की. हो जाइए तैयार रिश्ते में और भी ज्यादा मिठास घोलने के लिए...
ऐसे में बहुत जरूरी है कि अपने जीवनसाथी की नाराजगी को दूर करने की पूरी कोशिश की जाए. हां, इतना जरूरी ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी निर्णय विवेक के साथ किया जाए.
रूठने-मनाने का सिलसिला दांपत्य जीवन में कड़वाहट न बनकर मिठास साबित हो, इसके लिए कुछ टिप्स यहां दिए जा रहे हैं:
-सबसे पहले यह पता करने का प्रयास करें कि आपके जीवनसाथी की नाराजगी की वजह क्या है. यह मालूम करने के बाद उस वजह को दूर करने की ईमानदार कोशिश करें.
-अगर आपके किसी व्यवहार से ठेस पहुंची हो, तो अहं छोड़कर मनाने में ज्यादा देर न करें. याद रखें कि मनाने की पहल करना आपके पार्टनर के दिल को भरपूर सुकून पहुंचाएगा और आपसी प्रेम में और इजाफा ही होगा.
-रूठे हुए लाइफ पार्टनर को मनाने की पहल में देरी आपके रूखे व हठी व्यवहार को जाहिर करेगी, जो आगे चलकर रिश्ते में कड़वाहट घोलने का काम करेगा.
-अगर रूठने का सिलसिला हर दूसरे-तीसरे दिन शुरू हो जाए, तो इस बारे में अपने साथी को खुले दिमाग से समझाएं. हर मांगें मान लेने की आदत से भी कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है.
-बेहतर तरीका तो यह है कि परिवार में कोई अहम निर्णय लेने से पहले न केवल अपने जीवनसाथ को पहले से जानकारी दे दें, बल्कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में उन्हें भी भागीदार बनाएं. इससे जवाबदेही का बोध पैदा होता है, निर्णय लेने की क्षमता में भी पैनापन आता है. इसका एक फायदा यह भी है कि परिणाम चाहे जैसा भी हो, आत्मसंतुष्टि जरूर मिलती है.
तो अब देर किस बात की. हो जाइए तैयार रिश्ते में और भी ज्यादा मिठास घोलने के लिए...